प्रातः स्नान कर के काली या माँ दुर्गा के चित्र पर लाल पुष्प चढाये
इसको उत्तर या उत्तरपूर्व की ओर रखें ! यदि कोई मछ्ली मर जाय तो उसको निकाल कर नई मछ्ली लाकर उसमें डाल दें !
जो भी कमाया जाये उसका दसवां हिस्सा गरीबों को भोजन,कन्याओं को भोजन और वस्त्र,कन्यायों की शादी,धर्म स्थानों को बनाने के काम,आदि में खर्च करिये,देखिये कि आपकी आमदनी कितनी जल्दी बढनी शुरु हो जाती है। लेकिन दसवें हिस्से अधिक खर्च करने पर बजाय आमदनी बढने के घटने लगेगी। धन के ठहराव के लिए :
* अमावस्या के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद आटे की गोलियां बनाएं। गोलियां बनाते समय भगवान का नाम लेते रहें। इसके बाद समीप स्थित किसी तालाब या नदी में जाकर ये आटे की गोलियां मछलियों को खिला दें। इस उपाय से आपके जीवन की अनेक परेशानियों का अंत हो सकता है।
सिक्के का टोटका : जब कभी भी शमशान में जाने का मौका लगे तब आते वक्त कुछ सिक्के पीछे फेंकते हुए आएं। ध्यान रखें कि फेंकते वक्त या फेंकने के बाद मुड़कर पीछे न देखें। इससे आपको देवीय सहायता मिलने लगेगी और आप बंधन मुक्त हो जाएंगे।
फलदान : पांच या सात तरह के फल लें और उनको लेजाकर मंदिर में रख आएं। भगवान से अपनी सहायता और बंधन मुक्त करने की प्रार्थना करें। ऐसा पांच मंगलवार या गुरुवार को करेंगे तो बंधन से मुक्ति हो जाएंगे।
रोज़ हनुमान जी का पूजन करे व हनुमान चालीसा का पाठ करें ! प्रत्येक शनिवार को शनि को तेल चढायें !
यदि आपको धन हानि का सामना करना पड़ रहा है तो दशहरे के दिन किसी मंदिर में झाड़ू का दान कर दें। ऐसा करने से आपको जो भी आर्थिक परेशानियां आ रही हैं वह सभी समाप्त हो जाएंगी। इस उपाय को आपको शाम के समय करना है और जिस समय यह उपाय आप करें उस दौरान मां लक्ष्मी का ध्यान जरूर कर लें।
एक कांच के गिलास में पानी में नमक मिलाकर घर के नैऋत्य के कोने में रख दीजिये,और उस बल्ब के पीछे लाल रंग का एक बल्व लगा दीजिये,जब भी पानी सूख जाये तो उस गिलास को फ़िर से साफ़ करने के बाद नमक मिलाकर पानी भर दीजिये।
चौथा संकेत अक्सर घर वालों से झगड़े होते रहना,तोडऩे का उपाय
सोते समय सिर पूर्व दिशा की ओर रखना चाहिए. दक्षिण की ओर सिर करके न सोएं.
रविवार पुष्य नक्षत्र में एक कौआ अथवा काला कुत्ता पकड़े। उसके दाएँ पैर का नाखून काटें। इस नाखून को ताबीज में भरकर, धूपदीपादि से पूजन कर धारण करें। इससे आर्थिक बाधा दूर होती है। कौए या काले कुत्ते दोनों में से किसी एक का नाखून लें। दोनों का एक साथ प्रयोग न करें।
In right now’s materialistic planet fifty% of consumers are under the significant body weight of get more info personal debt or loan. The more they wish to appear out, the more They can be drown into debt. Just about every and every one must take personal debt for a person motive or another in his life time. Sometime this debt proceeds generations following generations and it never ever involves an conclude.
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा "